श्री स्वामी सत्यानंदजी महाराजी द्वारा रचित श्री भक्ति प्रकाश जी लाहौर से प्रकाशित होती थी , श्री स्वामीजी महाराजी भक्तों में बॉटा करते थे।
Before partition Shree Bhakti Prakashji also published from Lahore. Shree Swamiji distribute freely to saadhak jans.
जो भावनावान भावुक जन, भागवती भक्ति - भागीरथी में स्नान करने के इच्छुक हैं, जो भक्ति धर्म के मर्म को जानना चाहते हैं, और जो भक्ति योग के सच्चे, सरल, सरस, सुपथ पर चलने के अभिलाषी हैं उनको स्वामी सत्यानन्द - रचित, भक्ति - प्रकाश ग्रन्थ सुमननपूर्वक पढना चाहिए
श्री भक्ति प्रकाश जी में कुल चार भाग है :
१. शब्द - प्रकाश
२. साधन - प्रकाश
३. भक्त - प्रकाश
४. कथा - प्रकाश
कृपया करके नजदीकी श्री रामशरणं जाकर ग्रंथ और श्री स्वामी सत्यानंदजी महाराज जी के अन्य ग्रन्थ भी प्राप्त करे।
श्री स्वामी सत्यानंदजी महाराजी द्वारा रचित श्री भक्ति प्रकाश जी लाहौर से प्रकाशित होती थी , श्री स्वामीजी महाराजी भक्तों में बॉटा करते थे। |
जो भावनावान भावुक जन, भागवती भक्ति - भागीरथी में स्नान करने के इच्छुक हैं, जो भक्ति धर्म के मर्म को जानना चाहते हैं, और जो भक्ति योग के सच्चे, सरल, सरस, सुपथ पर चलने के अभिलाषी हैं उनको स्वामी सत्यानन्द - रचित, भक्ति - प्रकाश ग्रन्थ सुमननपूर्वक पढना चाहिए
श्री भक्ति प्रकाश जी में कुल चार भाग है :
१. शब्द - प्रकाश
२. साधन - प्रकाश
३. भक्त - प्रकाश
४. कथा - प्रकाश
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