Friday, January 17, 2020

Braham Muhurat Mein Sadhana--ब्रहम मुहूर्त में साधना

ब्रहम मुहूर्त  में साधना 

जिन्हे बहुत लगन हो और जो अपने में कोई परिवर्तन करना चाहे, उन्हें चाहिये कि वे ब्रहम  मुहूर्त  में उठकर  साधन करे ! वह समय बड़ा उत्तम होता है ! आधी रात के बाद का समय सारा ही बड़ा उत्तम होता है !

जप बहुत  करना चाहिये ! अंतः करण  के पुराने संस्कार  जप से निकलते  है ! जिस प्रकार जब तक कोई चीज पहले  खाली  न  कर ली जाए ,  तब तक उसमें  कोई नई  चीज नहीं भरी जा सकती ! इसी  प्रकार पहले  मन  को अहंभाव से खाली  करना चाहिये , उसमें  राम  बसेगा !
Braham Muhurat Mein Sadhana--ब्रहम मुहूर्त  में साधना
Braham Muhurat Mein Sadhana--ब्रहम मुहूर्त  में साधना 

साइको-एनालिसिस   (Psycho - analysis)  एक चिकित्सा  है ! इसमें  रोगी को लिटा  देते है और उसको  कहते  है कि  " तू बोलता  जा, बोलता  जा " ! पहले  रोगी झिझकता  है, पुनः  झिझक  जाता है, पर फिर बोलने लग जाता है ! अपने जो पाप-ताप उसने  अपने मित्रो से छिपाकर  रखे होते है, वे भी उसके मुँह  से विवश  निकल जाते है !  उन्हीं  विचारों  से डॉक्टर लोग, उसकी बिमारी  का कारण ताक  लेते  है ! उन विचारों  के निकल जाने से रोगी अच्छा हो जाता  है !

जो डॉक्टर  बनता है , उसको भी पहले ऐसे ही लेटना  पड़ता  है और बोलना पड़ता है ! जब उसके अपने सब विचार निकल जाते है और अन्त:करण निर्मल हो जाता है, तब वह डॉक्टर बनने  के योग्य होता है ! राम नाम के जपने से भी ऐसे  ही कुसंस्कार  बाहर  निकलते  है और उनके निकल जाने पर अन्त  में ह्रदय   निर्मल  हो  जाता है !



प्रवचन पियूष  - Pravchan Piyush
प्रवचन पियूष  - Pravchan Piyush

साधक को धैर्य  से जप करते  रहना चाहिये | यह नहीं समझना  चाहिये  की मुझ में यह विचार  पैदा होते है और मेरा मन नहीं लगा, अपितु  यह समझना चाहिये की यह हमारे  कुसंस्कार  निकल रहे है ! जिस प्रकार बच्चे  को अपनी माँ पर निर्भरता होती है, उसी प्रकार साधक को अपने पंथ - प्रदर्शक  तथा  साधन पर निर्भरता होनी चाहिये  ! बच्चे को संशय-वृत्ति  नहीं  होती !


Braham Muhurat Mein Sadhana--ब्रहम मुहूर्त  में साधना , अमृतवाणी  सत्संग मलाड ईस्ट , श्री राम शरणम् मलाड ईस्ट , Amritwani Satsang Malad East, Shree Ram Sharnam Malad East,
Braham Muhurat Mein Sadhana--ब्रहम मुहूर्त  में साधना , अमृतवाणी  सत्संग मलाड ईस्ट , श्री राम शरणम् मलाड ईस्ट , Amritwani Satsang Malad East, Shree Ram Sharnam Malad East,


इसी  प्रकार साधक में निर्भरा-भक्ति  होनी चाहिये ! यह आ जाने पर फिर भगवान को स्वयं साधक की चिन्ता हो जाती  है ! संसार में तूफान आते रहते है, पर जब नाम के जहाज  में बैठ  गए, तो तूफान  से नहीं डरना चाहिये ! उस पर भरोसा  करना चाहिये नाम की चिकित्सा बड़ी ऊंची चिकित्सा है ! देर लग जाए तो घबराना नहीं चाहिये और यह भावना दृढ़ होनी चाहिये की अब नामी को हमारी  चिन्ता  है, हमें  कोई चिन्ता  नहीं !


Ram Ram ji

राम राम जी 

Sadhana Kaise Ki Jaati Hai.

साधना  कैसे की जाती  है ! 
ब्रहम मुहूर्त साधना कैसे की जानी चाहिये !

Braham Muhurat Mein Sadhana Karne ki Vidhi.
Braham Muhurat Sadhana Kaise Ki Jaani Chaahiye.