प्रार्थना के प्रकार
१ आत्म-कल्याण की कामना से प्रार्थना।
२ बिना स्वार्थ पर हित, पर सुख-स्वास्थ्य, परोन्नति और सफलता आदि के लिये प्रार्थना करना। ऊपर के दोनों प्रकार निष्काम प्रार्थना के परिचायक है ।
प्रार्थना के प्रकार, Pratharna Ke Prakar, Shree-Swami-Satyanand ji Maharaj ji |
३ अपने और अपनों के सुख-स्वास्थ्य के लिये प्रार्थना करना।
४ अपने और अपनों के धन, लाभ आदि के लिये प्रार्थना करना।
५ अपने और अपनों के जय-विजय आदि के लिये प्रार्थना करना ! ये तीनों प्रकार, सकाम प्रार्थना के कहे जाते है !